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जब दूल्हा सासु मां के प्यार में पड़ गया: शादी से 9 दिन पहले फरार, बेटी रह गई पीछे

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  आपने दूल्हा-दुल्हन का प्यार तो खूब देखा होगा, लेकिन ये मामला कुछ अलग ही है — यहां दूल्हा दिल दे बैठा अपनी होने वाली सासु मां को! यह सच्ची घटना है जो फिल्मी सी लगती है, लेकिन असल जिंदगी में हुई है और सोशल मीडिया पर तहलका मचा रही है। शादी तय थी, तैयारी पूरी थी, लेकिन खेल ऐसा पलटा कि बेटी को छोड़कर दूल्हा सासु मां के साथ फरार हो गया — और साथ ले गया वो सब कुछ जो लड़की के लिए जमा किया गया था। शुरुआत प्यार से नहीं, मोबाइल से हुई थी... मामला कुछ यूं है कि एक महीने पहले ही शादी की बातचीत फाइनल हुई थी। 16 अप्रैल को शादी तय थी। होने वाले दूल्हे राजा और उनकी मंगेतर की मां यानी सासु मां के बीच बातचीत तो सामान्य थी, लेकिन तभी दूल्हा साहब ने उन्हें एक नया मोबाइल गिफ्ट कर दिया। और फिर तो जैसे प्यार की इनकमिंग कॉल्स शुरू हो गईं। धीरे-धीरे ये "नॉर्मल बातचीत" इतनी गहरी हो गई कि बेटी सीन से गायब होती चली गई, और सासु मां मुख्य किरदार बन गईं। पिता जी की नज़रें खुलीं, पर देर हो गई थी! बेटी के पिता, जो बेंगलुरु में जॉब करते हैं, जब हाल ही में घर लौटे तो उन्होंने कुछ अजीब नोटिस किया — होन...

CSK के गिरते प्रदर्शन ने तोड़ी फैंस की उम्मीदें – क्या खत्म हो चुका है वो पुराना जलवा?

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 अगर आप चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के फैन हैं, तो यकीनन पिछले कुछ दिनों में आपके चेहरे की मुस्कान गायब हो गई होगी। वो टीम जो सालों तक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शान रही, आज कुछ गुमसुम सी लग रही है। मैदान पर ना वो जोश दिख रहा है, ना ही वो इरादा जिससे मैच पलटा करते थे। एक हफ्ते में दो बड़े झटके – इतिहास ने खुद को बदला इस हफ्ते CSK को दो ऐसी हारें झेलनी पड़ीं जिन्होंने फैंस को अंदर से हिला दिया। 17 साल बाद RCB से हार 15 साल बाद दिल्ली कैपिटल्स से शिकस्त ये आंकड़े सिर्फ हार के नहीं, बल्कि उस बदलाव के हैं जो धीरे-धीरे CSK को एक औसत टीम में बदल रहे हैं। ये वही टीम है जो एक वक्त में घर पर अजेय मानी जाती थी, लेकिन आज अपने होम ग्राउंड में सबसे कमजोर नजर आ रही है।  क्या हो गई है टीम की सबसे बड़ी कमजोरियां? इस बार चेन्नई की टीम तीन अहम मोर्चों पर फेल होती दिख रही है: 1. बल्लेबाज़ी में धार नहीं रही ओपनर्स जल्दी आउट हो जाते हैं, मिडिल ऑर्डर में कोई टिक कर नहीं खेल रहा, और फिनिशिंग की तो बात ही मत पूछिए। जिस टीम में रैना, फाफ, वाटसन जैसे खिलाड़ी रह चुके हैं, वहां अब रन बनाने ...

पंचायत सीजन 4: 'सचिव जी' जितेंद्र कुमार का खुलासा, जल्द आएगा नया सीजन

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 अमेज़न प्राइम वीडियो की लोकप्रिय वेब सीरीज पंचायत के चौथे सीजन का इंतजार कर रहे फैंस के लिए अच्छी खबर है। अभिनेता जितेंद्र कुमार, जो शो में 'सचिव जी' की भूमिका निभाते हैं, ने इसके नए सीजन को लेकर अपडेट साझा किया है। IIFA में हुई चर्चा राजस्थान में आयोजित IIFA 2025 के इवेंट में जितेंद्र कुमार ने मीडिया से बातचीत में पंचायत 4 के बारे में जानकारी दी। ब्लैक टक्सीडो सूट में पहुंचे जितेंद्र ने कहा, "मैं बहुत उत्साहित हूं और आईफा को 25 साल पूरे होने पर बधाई देता हूं। आईफा में डिजिटल अवॉर्ड्स के जरिए कलाकारों को सम्मानित होते देखना बेहद खास अनुभव है।" कब रिलीज होगा पंचायत 4? जितेंद्र ने इस दौरान पंचायत के चौथे सीजन पर खुलासा करते हुए कहा कि इसका काम जारी है और यह जल्द ही रिलीज होगा। इससे पहले, शो के निर्माताओं ने पिछले साल अक्टूबर में सीजन 4 की शूटिंग शुरू होने की जानकारी दी थी। सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरों से फैंस को इसके लौटने की उम्मीद बंधी थी। कलाकारों और कहानी का सार पंचायत में जितेंद्र कुमार के अलावा रघुबीर यादव, नीना गुप्ता, चंदन रॉय, फैसल मलिक, दुर्गेश...

सृष्टि की उत्पत्ति कैसे हुई?

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हिंदू धर्म में सृष्टि की उत्पत्ति को लेकर कई पौराणिक ग्रंथों और शास्त्रों में विस्तृत वर्णन मिलता है। इनमें मुख्य रूप से वेद, पुराण और उपनिषद शामिल हैं। 1. सृष्टि की उत्पत्ति का सिद्धांत (Hindu Cosmology) हिंदू धर्म के अनुसार, सृष्टि की रचना, पालन और संहार का कार्य क्रमशः ब्रह्मा , विष्णु और महेश (शिव) द्वारा किया जाता है। इस प्रक्रिया को सृष्टि चक्र कहा जाता है। 2. सृष्टि रचना की प्रक्रिया (Creation Process) (i) शून्यता (निर्गुण ब्रह्म - अव्यक्त अवस्था) सृष्टि के आरंभ में केवल शून्यता थी, जिसे 'अव्यक्त' (unmanifested state) कहा गया है। इसे "महाशून्य" या "ब्रह्म" कहा जाता है, जो न तो प्रकाश था, न अंधकार, न आकाश, न जल। (ii) नारायण की उत्पत्ति इस शून्य में सबसे पहले भगवान विष्णु ने 'परम पुरुष' के रूप में अवतार लिया। भगवान विष्णु योगनिद्रा में क्षीरसागर पर लेटे थे, और उनकी नाभि से एक कमल प्रकट हुआ। (iii) ब्रह्मा जी का प्राकट्य विष्णु जी की नाभि से प्रकट कमल में ब्रह्मा जी का जन्म हुआ। ब्रह्मा जी को सृष्टि निर्माण का कार्य सौंपा गया। (iv...

भगवान महादेव के बारे में आपको ये जरूर जानना चाहिए.

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महादेव, जिन्हें भगवान शिव के नाम से भी जाना जाता है, के बारे में कई ऐसे रोचक तथ्य हैं जो आमतौर पर कम लोग जानते हैं। यहां कुछ अनसुने पहलू प्रस्तुत हैं: 1. आदीयोगी का स्वरूप भगवान शिव को 'आदीयोगी' कहा जाता है, जिसका अर्थ है योग के प्रथम गुरु। शिव ने ही सबसे पहले सप्तऋषियों को योग का ज्ञान प्रदान किया था, जिससे यह विद्या पूरी दुनिया में फैली। 2. जटाओं में बसा ब्रह्मांड शिव की जटाएं केवल प्रतीकात्मक नहीं हैं। मान्यता है कि उनकी जटाओं में पूरा ब्रह्मांड समाया हुआ है, और इसी से गंगा का अवतरण हुआ था। 3. नीलकंठ का रहस्य समुद्र मंथन के दौरान विषपान के बाद शिव का गला नीला पड़ गया था, लेकिन कम लोग जानते हैं कि विष को रोकने के लिए शिव ने इसे अपने कंठ में ही बांध लिया था ताकि वह उनके शरीर में न फैल सके। 4. शिव का तीसरा नेत्र भगवान शिव का तीसरा नेत्र केवल क्रोध का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह 'ज्ञान चक्षु' भी है, जो सृष्टि के वास्तविक सत्य को देखने का प्रतीक है। 5. भस्म रमाने का महत्व शिव अपने शरीर पर चिता की भस्म लगाते हैं, जो जीवन की नश्वरता और मृत्यु के सत्य को दर्शाता है। य...

सोमवार के दिन महादेव की पूजा क्यों की जाती है?

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सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित माना जाता है, और इस दिन महादेव की पूजा करने के कई धार्मिक और आध्यात्मिक कारण हैं: चंद्रमा का संबंध – सोमवार का संबंध चंद्रमा से है, और चंद्रमा को भगवान शिव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है। शिव जी को "सोमनाथ" भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है "चंद्रमा के स्वामी"। पौराणिक कथाओं के अनुसार, चंद्रदेव को शिव जी ने श्रापमुक्त किया था, इसलिए चंद्रमा से जुड़े इस दिन शिव जी की पूजा की जाती है। पार्वती जी की तपस्या – माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए सोमवार का व्रत रखा था। इसलिए इसे "सोलह सोमवार व्रत" के रूप में भी किया जाता है, जिससे विवाह में सुख-समृद्धि बनी रहती है। समुद्र मंथन – जब देवताओं और असुरों ने अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन किया, तब विष निकला था, जिसे भगवान शिव ने ग्रहण कर लिया। इससे उनका कंठ नीला हो गया और वे "नीलकंठ" कहलाए। देवताओं ने उनकी कृपा पाने के लिए विशेष रूप से सोमवार को उनकी पूजा की शिवजी का शांत स्वभाव – भगवान शिव को शांत, सौम्य और दयालु देवता माना जाता है। सोमवार का दिन मन की शा...

सुहागरात पर कोई ऐसा भी मूर्खतापूर्ण कार्य कैसे कर सकता है

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  इंदौर के बाणगंगा इलाके में एक परिवार ने सुहागरात के दिन दुल्हन की वर्जिनिटी टेस्ट करने के लिए गलत गलत तरीके अपनाए जिससे दुल्हन को मानसिक एवं शारीरिक यातनाओं का सामना करना पड़ा. फिर दुल्हन ने वर्जिनिटी चेक करने की कुप्रथा के खिलाफ अदालत का सहारा लिया.